राष्ट्रगीत वंदे मातरम (National Song Vande Mataram)
बंकिम चंद्र चटर्जी ने “वंदे मातरम” गीत लिखा था।
- हमारा राष्ट्रीय गीत National वन्दे मातरम जिसकी रचना संस्कृत में बंकिमचंद्र चटर्जी ने की है।
- राष्ट्रगीत के रूप में वंदे मातरम को संविधान सभा द्वारा 26 जनवरी 1950 को स्वीकार किया गया |
- यह बंकिम चंद्र चटर्जी के उपन्यास आनंदमठ से लिया गया है |
- इसे सर्वप्रथम 1896 में कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था |
- भारतीय संसद के अधिवेशन की शुरुआत जन गण मन से और समापन वंदे मातरम से होता है |
महत्त्व (Importance)
भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम है जो बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित एक कविता है। 1882 में उन्होंने इस कविता को अपने बंगाली उपन्यास आनंदमठ में जोड़ा।
रवींद्रनाथ ने पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सत्र में इस कविता को गाया था। 24 जनवरी 1950 को, इस गीत को भारत की संविधान सभा द्वारा भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था।
अपने दोस्तों को शेयर करें, शिक्षा को फैलाएं और जन-जन को शिक्षित बनायें और देश को डिजिटल इंडिया बनाने में अपना योगदान करें।