सीसीटीवी का फुल फॉर्म “क्लोज्ड-सर्किट टेलीविजन” (Closed-Circuit Television) है।
एक प्रकार का कैमरा होता है। इस कैमरा से एक ही स्थान पर बैठकर उस स्थान के आस-पास हो रही घटनाओं पर नज़र रखी जा सकती है।
यह एक ऐसा सिस्टम है जो सूपर्विशन और सिक्योरिटी सहित विभिन्न ओब्जेक्टिवेस के लिए वीडियो फुटेज ब्रॉडकास्ट करने और रिकॉर्ड करने के लिए वीडियो कैमरे और मॉनिटर का उपयोग करती है।
सीसीटीवी की भूमिका
क्लोज-सर्किट टेलीविजन (CCTV) सूपर्विशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इवेंट रिकॉर्डिंग : सीसीटीवी कैमरे वीडियो फुटेज कैप्चर करते हैं, जो लीगल एक्शन्स या जांच में एविडेंस के रूप में काम कर सकते हैं।
रिमोट मॉनिटरिंग : टेक्नोलॉजी में प्रोग्रेस के साथ, सीसीटीवी फुटेज की दूर से निगरानी करना संभव है, जो इसे ऑन-साइट और ऑफ-साइट सूपर्विशन दोनों के लिए सूटेबल बनाता है।
सुरक्षा : किसी क्षेत्र या किसी जगह की निगरानी करके और दृश्य साक्ष्य प्रदान करके सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी सिस्टम का विस्तृप्त रूप से उपयोग किया जाता है जिनका उपयोग खासकर घटनाओं को रोकने और उनकी जांच करने के लिए किया जा सकता है।
क्राइम प्रिवेंशन : सीसीटीवी कैमरों की अपीयरेंस क्रिमिनल स्क्टीवीटीएस को रोक सकती है, क्योंकि संभावित गलत काम करने वालों को पता चल जाता है कि उनकी रिकॉर्डिंग हो रही है।
क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (CCTV) के विभिन्न कंपोनेंट्स
- भंडारण इकाई जैसे हार्ड डिस्क
- डिस्प्ले यूनिट आमतौर पर एक स्क्रीन होती है।
- डिजिटल या एनालॉग सुरक्षा कैमरे।
- केबल
- पीवीआर या एनवीआर प्रकार का वीडियो रिकॉर्डर
सीसीटीवी के एप्लीकेशन और लाभ
एप्लीकेशन – CCTV कई स्थानों पर स्थापित किए गए हैं- जैसे हवाई अड्डे, ट्रेन स्टेशन, मल्टीप्लेक्स, दुकानें, राजमार्ग, शहर की सड़कें, सरकारी कार्यालय और घर, बैंक, औद्योगिक संयंत्र आदि में।