Who is known as Missile Man in India?
भारत में मिसाइल मैन के नाम से किसे जाना जाता है ?
A P J Abdul Kalam (अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम) मिसाइल मैन के नाम से जाने जाते हैं।
A P J Abdul Kalam, जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे।
एपीजे अब्दुल कलाम को देश के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता था। साथ ही 1998 में उन्होंने भारत के पोखरण-II परमाणु परीक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
महत्वपूर्ण बिंदु
- नाम : अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ एपीजे अब्दुल कलाम)
- निक नेम : मिसाइल मैन
- राष्ट्रीयता : भारतीय
- व्यवसाय : इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ
- जन्म : 15-अक्टूबर -1931
- जन्म स्थान : धनुषकोडी, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत
- मृत्यु : 27 जुलाई 2015
- 83 साल की उम्र में निधन
- मृत्यु स्थान : शिलांग, मेघालय, भारत
- निम्न रूप में प्रसिद्ध : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति
- पूर्ववर्ती : कोचेरिल रमन नारायणन (1997-2002 तक राष्ट्रपति)
- उत्तरवर्ती : प्रतिभा पाटिल (2007-2012 तक राष्ट्रपति)
- वह भारत के 11वें राष्ट्रपति थे और 2002 में लक्ष्मी सहगल के खिलाफ चुने गए थे।
- भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले , उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम किया।
अतिरिक्त जानकारी
- विक्रम अंबालाल साराभाई एक भारतीय भौतिक विज्ञानी और खगोलशास्त्री थे जिन्होंने अंतरिक्ष अनुसंधान शुरू किया और भारत में परमाणु ऊर्जा विकसित करने में मदद की।
- उन्हें 1966 में पद्म भूषण और 1972 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था । उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक” के रूप में जाना जाता है।
- होमी जहांगीर भाभा (1909-1966) वे भारतीय भौतिक विज्ञानी थे जिन्हें अक्सर “भारतीय परमाणु कार्यक्रम का जनक” माना जाता है।
- भाभा का जन्म मुंबई के एक धनी परिवार में हुआ था। 1927 में वे इंग्लैंड कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गए।
- कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन एक भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं जिन्होंने 1994 से 2003 तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का नेतृत्व किया।