नीली क्रांति – Blue Revolution
भारत मे नीली क्रांति की शुरुआत 1985 -90 के मध्य हुई थी। नीली क्रांति का संबंध मछली पालन तथा समुद्री उत्पादों मे वृद्धि से है।
भारत में नीली क्रांति के जनक के रूप में अरुण कृष्णन हीरालाल चौधरी को जाना जाता है।
नीली क्रांति को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने फिश फार्मर्स डेवलपमेंट एजेंसी (FFDA) की स्थापना की है।
मत्स्य प्रजनन, पालन, विपणन और निर्यात की नई तकनीक अपना कर FFDA ने मछलीपालन मे सुधार एवं तेजी लाने का कार्य करता है।
भारत मे मछली का सर्वाधिक उत्पादन कर्नाटक राज्य करता है तथा केन्द्रीय मछली अनुसंधान केन्द्र की स्थापना मुंबई में की गयी है।
वैश्विक परिदृश्य में बात की जाये तो नीली क्रांति की शुरुआत चीन में मानी जाती है। चीन विश्व में सबसे अधिक मछली और अन्य समुद्री उत्पादों का उत्पादन करता है।