ऋतु एक वर्ष से छोटा कालखंड है जिसमें मौसम की दशाएँ एक खास प्रकार की होती हैं। यह कालखण्ड एक वर्ष को कई भागों में विभाजित करता है जिनके दौरान पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा के परिणामस्वरूप दिन की अवधि, तापमान, वर्षा, आर्द्रता इत्यादि मौसमी दशाएँ एक चक्रीय रूप में बदलती हैं।
मौसम की दशाओं में वर्ष के दौरान इस चक्रीय बदलाव का प्रभाव पारितंत्र पर पड़ता है और इस प्रकार पारितंत्रीय ऋतुएँ निर्मित होती हैं यथा पश्चिम बंगाल में जुलाई से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है, यानि पश्चिम बंगाल में जुलाई से अक्टूबर तक, वर्ष के अन्य कालखंडो की अपेक्षा अधिक वर्षा होती है। इसी प्रकार यदि कहा जाय कि तमिलनाडु में मार्च से जुलाई तक ग्रीष्म ऋतु होती है, तो इसका अर्थ है कि तमिलनाडु में मार्च से जुलाई तक के महीने साल के अन्य समयों की अपेक्षा गर्म रहते हैं।
ऋतु परिवर्तन का कारण
ऋतु परिवर्तन का कारण पृथ्वीद्वारा सूर्य के चारों ओर परिक्रमण और पृथ्वी का अक्षीय झुकाव है। पृथ्वी का डी घूर्णन अक्ष इसके परिक्रमा पथ से बनने वाले समतल पर लगभग 66.5 अंश का कोण बनता है जिसके कारण उत्तरी या दक्षिणी गोलार्धों में से कोई एक गोलार्द्ध सूर्य की ओर झुका होता है। यह झुकाव सूर्य के चारों ओर परिक्रमा के कारण वर्ष के अलग-अलग समय अलग-अलग होता है जिससे दिन-रात की अवधियों में घट-बढ़ का एक वार्षिक चक्र निर्मित होता है। यही ऋतु परिवर्तन का मूल कारण बनता है।
👉भारत में परंपरागत रूप से मुख्यतः छः ऋतुएं परिभाषित की गयी हैं।
S.N. | मौसम/ऋतु | Seasons | Month | Temperature |
---|---|---|---|---|
1 | वसंत | Spring | March-April | 20° to 25° |
2 | ग्रीष्म | Summer | May- June | 25° to 45° |
3 | वर्षा | Rainy / Monsoon | July- August | 30° to 35° |
4 | शरद | Autumn | September- October- mid November | 20° to 30° |
5 | शिशिर/हेमंत | Pre-Winter | November- December | Around 27° |
6 | शीत /सर्दी | Winter | Mid December- February | 5° to 25° |
हर ऋतु एक अलग ही आनंद और उत्साह लोगों में देखने को मिलता है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत में कई तरह की संस्कृतियां पाई जाती हैं।
🔴 वसंत ऋतु (बसंत)
वसंत ऋतू बड़ी सुहावनी होती है। इसे ऋतुराज भी कहते हैं। यह ऋतू सर्दी के मौसम के बाद आती है। भारत में वसंत ऋतू फरवरी और मार्च के महिने में आता है। इस ऋतु में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती है। वृक्षों पर नए पत्ते आ जाते है, सरसों के खेतों में पीले-पीले खूबसूरत फूल खिल उठते है। कोयल की कू – कू बड़ी ही प्यारी लगती है।
इन दिनों आसमान साफ होता है और दिन में पक्षी उड़ते हुए दिखाई देते है और रात में चाँद की चाँदनी मनमोहक दिखाई देती है। वसंत ऋतु में न ज्यादा ठंड और न ही ज्यादा अधिक गर्मी होती है।
🔴 ग्रीष्म ऋतु (गर्मी)
गर्मी के मौसम को ग्रीष्म ऋतु कहते हैं। ग्रीष्म ऋतु साल का सबसे गर्म मौसम होता हैं। ग्रीष्म ऋतु का आगमन वसंत ऋतु के बाद होता है. इस ऋतु का समय मार्च माह से लेकर जून माह तक होता हैं। इस ऋतु में दिन बड़े एवं रातें छोटी होती हैं। इस ऋतु में सभी लोग हल्के रंग के सूती वस्त्र पहनते हैं। इस ऋतु में सभी लोग ठंडी जगहों तथा पहाड़ों पर घूमने जाते हैं।
इस ऋतु में सभी लोग ठंडा पानी और शरबत पीना तथा आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं। इस ऋतु में कई रसदार फल जैसे संतरा, फलों का राजा आम, तरबूज, खरबूज, इत्यादि आते है।
🔴 वर्षा ऋतु (मानसून)
भारत में वर्षा ऋतु का आगमन जुलाई के महीने में होता है तथा सितंबर के महीने तक वर्षा होती रहती है। यह ऋतु किसानों के लिए वरदान सिद्ध होती है। किसान इस ऋतु में खरीफ की फसल बोते हैं। वर्षा ऋतु वनस्पतियों के लिए भी वरदान होती है। वर्षा काल में पेड़ – पौधे हरे – भरे हो जाते हैं। वर्षा-जल से उनमें जीवन का संचार होता है। वन-उपवन और बाग़-बगीचों में नई रौनक और नई जवानी आ जाती है।
🔴 शरद ऋतु (शरद)
शरद ऋतु वर्षा ऋतु के बाद आती है। इस मौसम दिन छोटे और रात बड़ी होती है। शरद ऋतु में सुबह और शाम के समय कुहासा या कोहरा छाया रहता है। और ठंड भी ज्यादा लगती है। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म व ऊनी कपड़े पहनते हैं। यह स्वादिष्ट फलों और सब्जियों का मौसम होता है। इस ऋतु के दौरान बहुत से रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं। मैं इस ऋतु को बहुत ज्यादा पसंद करता हूँ।
🔴 हेमंत ऋतु (पूर्व-सर्दी)
हेमंत ऋतु भारत के छह ऋतुओं में से एक है। यह ऋतु नवंबर और दिसंबर के दो महीनों में आता है। इस ऋतु में मौसम मध्यम शीतल होता है। इस ऋतु में प्रकृति अपना सुन्दर रूप बिखेरती है। पेड़ – पौधे भी अपने हरे – भरे रंगों से सजीव हो जाते हैं। ठंडी हवाएं सभी को एक नई ऊर्जा और ताजगी का अहसास कराती है। इस मौसम में अनेक त्यौहार भी मनाये जाते हैं जैसे कि दीपावली, छठ पूजा, आदि।
🔴 शीत ऋतु (सर्दी)
शीत ऋतु सर्दी के मौसम को कहा जाता हैं। सर्दी का मौसम नवंबर से लेकर फरवरी तक रहता है। सर्दी के मौसम में दिन छोटे और रात बड़ी होती है और शाम को अँधेरा बहुत जल्दी हो जाता है। सुबह और शाम के समय कोहरा छाया रहता है और ठंड ज्यादा लगती है। सर्दी के मौसम में ही क्रिसमस और नया साल का त्योहार आता है। इस मौसम में लोग उनी कपड़े पहनना शुरू कर देते हैं क्योंकि उनी कपड़े गर्म होते हैं।
👉सवाल-जवाब (FAQs)
🔴 प्रश्न 1 : ऋतुओं का राजा कौन है?
✅ उत्तर : वसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा जाता है।
🔴 प्रश्न 2 : सरस्वती पूजा किस ऋतु में मनाया जाता है?
✅ उत्तर : सरस्वती पूजा वसंत ऋतु में मनाया जाता है।
🔴 प्रश्न 3 : किस ऋतु में दिन बड़ा और रात छोटी होती है?
✅ उत्तर : ग्रीष्म ऋतु में दिन बड़ा और रात छोटी होती है।
🔴 प्रश्न 4 : किस ऋतु में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है?
✅ उत्तर : शीत ऋतु में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है।
🔴 प्रश्न 5 : मानसून किस ऋतु में आता है?
✅ उत्तर : मानसून वर्षा ऋतु में आता है।
🔴 प्रश्न 6 : भारत में कुल कितने ऋतु हैं?
✅ उत्तर : ऋतु को 6 भागों में बांटा गया है।