IAS success Story: पढ़ाई में मन नहीं लगने के बावजूद भी दो बार पास की UPSC परीक्षा

IAS success Story: पढ़ाई में मन नहीं लगने के बावजूद भी दो बार पास की UPSC परीक्षा IAS Success Story: Passed UPSC exam twice despite not being interested in studies

IAS success Story: पढ़ाई में मन नहीं लगने के बावजूद भी दो बार पास की UPSC परीक्षा

IAS Success Story: Passed UPSC exam twice despite not being interested in studies

IAS Kumar Anurag story: अनुराग बिहार के कटिहार जिले से हैं. उन्‍होंने 8वीं तक पढ़ाई हिंदी माध्‍यम से की. फिर अपनी पढ़ाई का माध्‍यम बदला. दिक्कतें आई लेकिन मेहनत कर 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर पाए. आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए.

IAS success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विस परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है. इस परीक्षा को पास करने वाला हर एक कैंडिडेट और उसकी कहानी अपने आप में खास है. जो भी इस परीक्षा को पास करता है, उसका तजुर्बा हर एक तैयारी करने वाले शख्स के काम का है. आज न्यूज18 हिंदी पर आप पढ़ेंगे आईएएस कुमार अनुराग (Kumar Anurag) की कहानी. जिनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था, लेकिन फिर भी उन्होंने दो बार UPSC परीक्षा पास की.

आईएएस कुमार अनुराग (Kumar Anurag) ने खास प्‍लानिंग के साथ सिविल सेवा परीक्षा पास की. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले जानें उनकी खास रणनीति.

आईएएस कुमार अनुराग की एजुकेशन

अनुराग बिहार के कटिहार जिले से हैं. उन्‍होंने 8वीं तक पढ़ाई हिंदी माध्‍यम से की. फिर अपनी पढ़ाई का माध्‍यम बदला. दिक्कतें आई लेकिन मेहनत कर 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर पाए. आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. मीडिया से बातचीत में अनुराग ने बताया कि ये उनकी जिंदगी ऐसा दौर था, जब पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता था. इसी दौरान वे ग्रेजुएशन करते हुए वे कई सब्जेक्ट में फेल हुए. फिर पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया. इसी दौरान यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की.

दो बार यूपीएससी एग्‍जाम पास किया

यूपीएससी की परीक्षा दो बार दी. दोनों ही प्रयास में पास की. पहले प्रयास में IAS पद नहीं मिला. दूसरी बार फिर तैयारी की और ऑल इंडिया रैंक 48 हासिल की. अनुराग दो बार में आईएएस बन गए.

यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए टिप्स

अपने पिछले एजुकेशन बैकग्राउंड को छोड़ ए सिरे से शुरुआत करें.
जीरो से शुरू करके भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं.
इस परीक्षा में जल्दबाजी बिल्‍कुल नहीं दिखानी चाहिए.
एक-एक विषय को बेहद गहराई के साथ पढ़ना चाहिए.
कड़ी मेहनत और बेहतर रणनीति से पढ़ाई सफलता का मूल मंत्र है.

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