राष्ट्रगान – जन गण मन (National Anthem – Jan Gan Man)

राष्ट्रगान – जन गण मन (National Anthem – Jan Gan Man)

राष्ट्रगान – जन गण मन (National Anthem – Jana Gana Mana)

  • रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखा गया जन गण मन को संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अंगीकार किया गया |
  • राष्ट्रगान को गाने का समय 52 सेकंड है और संक्षिप्त में 20 सेकंड भी हैं |
  • राष्ट्रगान को सर्वप्रथम कांग्रेस के 1911 के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था |
  • रविंद्र नाथ टैगोर ने इसे 1912 में तत्वबोधिनी में भारत भाग्य विधाता शीर्षक से प्रकाशित किया था जिसका 1919 में ‘Morning Song Of India’ के नाम से अंग्रेजी में अनुवाद किया |

महत्त्व (Importance)

भारत का राष्ट्रगान जन गण मन है। यह गीत मूल रूप से रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली में भरत भागयो बिधाता द्वारा रचित किया गया था। 24 जनवरी 1950 को, भारत की संविधान सभा द्वारा भारत के राष्ट्रगान के रूप में भरोतो भागयो बिधाता को अपनाया गया था।

गीत के बोल

जनगणमन-अधिनायक जय हे
भारतभाग्यविधाता!
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छलजलधितरंग
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जयगाथा।
जनगणमंगलदायक जय हे
भारतभाग्यविधाता!
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे।।

अपने दोस्तों को शेयर करें, शिक्षा को फैलाएं और जन-जन को शिक्षित बनायें और देश को डिजिटल इंडिया बनाने में अपना योगदान करें।