आपने अपने आसपास के कारखानों की छतों पर स्टेनलेस स्टील से बने छोटे-छोटे गुंबद जरूर देखे होंगे। सूरज की रोशनी में बेहद चमकीला दिखने वाला ये गुंबद आपको ज्यादातर घूमते हुए दिखाई देते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये क्या चीज होती है और इसका काम क्या होता है?
इसे टर्बो वेंटिलेटर (Turbo Ventilator) कहते हैं।
छतों पर लगाए जाने वाले टर्बो वेंटिलेटर के पंखे मध्यम गति से चलते हैं. इनका मुख्य काम कारखानों या परिसरों के अंदर मौजूद गर्म हवाओं को छत के रास्ते बाहर करने का होता है।
जब ये गर्म हवाओं को बाहर कर देता है तब खिड़कियों और दरवाजों से आने वाली ताजा और प्राकृतिक हवाएं ज्यादा समय तक कारखानों में रहती है.
टर्बो वेंटिलेटर के अलावा और भी कई नामों से जाना जाता है ये उपकरण कारखानों की छतों पर घूमते गुंबद जैसे दिखने वाली इस चीज को टर्बो वेंटिलेटर (Turbo Ventilator) कहते हैं।
इसे और भी कई नामों से जाना जाता है।
जैसे एयर वेंटिलेटर (Air Ventilator),
टर्बाइन वेंटिलेटर (Turbine Ventilator),
रूफ एक्सट्रैक्टर (Roof Extractor) आदि।
मौजूदा समय में टर्बो वेंटिलेटर सिर्फ कारखानों और बड़े-बड़े स्टोर्स में ही नहीं बल्कि अन्य परिसरों में भी लगाए जाते हैं। अब तो आप इसे कई बड़े रेलवे स्टेशनों की छतों पर भी घूमते हुए देख सकते हैं।
टर्बो वेंटिलेटर का क्या है?
टर्बो वेंटिलेटर का मुख्य काम छतों पर लगाए जाने वाले टर्बो वेंटिलेटर के पंखे मध्यम गति से चलते हैं। इनका मुख्य काम कारखानों या परिसरों के अंदर मौजूद गर्म हवाओं को छत के रास्ते बाहर करने का होता है।
जब ये गर्म हवाओं को बाहर कर देता है तब खिड़कियों और दरवाजों से आने वाली ताजा और प्राकृतिक हवाएं ज्यादा समय तक कारखानों में रहती है जिससे कर्मचारियों को काफी राहत मिलती है।
टर्बो वेंटिलेटर गर्म हवाओं को बाहर करने के साथ-साथ कारखानों से दुर्गंध को भी बाहर करने का काम करता है। इतना ही नहीं, मौसम बदलने पर ये अंदर की नमी को भी बाहर कर देता है।