मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? क्या है इसका महत्व! (Why is Mother’s Day celebrated? What is its importance!)

मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? क्या है इसका महत्व! (Why is Mother's Day celebrated? What is its importance!)

मदर्स डे क्यों मनाया जाता है? क्या है इसका महत्व! (Why is Mother’s Day celebrated? What is its importance!)

मदर्स डे, हर साल के मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। जोकि इस साल 14 मई को मनाया जायेगा। इस अवसर पर जानिए यह दिवस क्या है तथा क्यों मनाया जाता है? मदर्स डे का महत्व क्या है? आदि। साथ ही, यह आर्टिकल केवल माँ के बारे में नहीं बल्कि एक अद्भुत ज्ञान से अवगत कराने के लिए भी है इसलिए आपको इसे आखिरी तक पढ़ना लाभकारी सिद्ध होगा, आइए Mother’s day के बारे में विस्तार से जानते है।

भारत में अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस की तारीख
(International Mother’s day Date in India)

मदर्स डे प्रत्येक वर्ष मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस वर्ष 2023 को यह दिन 14 मई को मनाया जाएगा। इस दिन सन्तान अपनी माता के त्याग के प्रति आदर प्रकट करने के लिए उन्हें विशेष उपहार देते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस का महत्व
(Importance of International Mother’s day)

कहते हैं दुनिया में माँ की मोहब्बत का कोई वार पार नही है। जब दवा काम न आये तब नजर उतारती हैं, ये माँ हैं साहब हार कहाँ मानती हैं। मां का आँचल अपनी संतान के लिए कभी छोटा नहीं पड़ता। माँ का विश्वास और प्रेम अपनी संतान के लिए इतना गहरा और अटूट होता है कि माँ अपने बच्चे की खुशी के खातिर सारी दुनिया से लड़ सकती है। वो एक अकेली बहुत होती है बुरी नजरों और दुनिया के स्वार्थ से अपनी संतान को बचाने के लिए।

इतिहास से लेकर वर्तमान तक माँ की ममता के अंसख्यों किस्से गवाही देते हैं कि माँ का प्यार औलाद के लिए सबसे लड़ जाने और जान पर खेल कर भी सन्तान को सुख देने के लिए कभी पीछे नहीं हटा। विश्वप्रसिद्ध है कि बल्ब जैसी अद्भुत चीज़ों के आविष्कारक, थॉमस अल्वा एडिसन को स्कूल वालों ने मन्द बुद्धि कहकर निकाल दिया था। यह बात उनकी माँ ने उनसे हमेशा छुपाई और स्वयं घर पर उन्हें शिक्षित किया। वे इस बात को कभी नही जान पाये कि स्कूल से उन्हें क्यों निकाला गया था। बहुत समय पश्चात, कई आविष्कारों के बाद उन्हें स्कूल की डायरी मिली जिसमे लिखा था कि आपका बेटा मंदबुद्धि है वह हमारे स्कूल के लायक नहीं।

मदर्स डे का इतिहास (History of Mother’s Day in Hindi)

मदर्स डे मनाने की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में साल 1908 में एना जार्विस ने की थी। जिसके बाद एना जार्विस के प्रयासों के कारण 1914 में संयुक्त राज्य अमेरिका में मदर्स डे को हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाने की आधिकारिक मान्यता मिली। तब से, मदर्स डे दुनिया भर में मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय दिन बन गया।

International Mother’s Day Celebration [Hindi]

हमने जाना कि मदर्स डे (Mother’s Day celebration Hindi) की शुरुआत अमेरिका से प्रारंभ हुई। पाश्चत्य संस्कृति की नकल करते-करते भारत में भी मदर्स डे अपना लिया गया। मदर्स डे बेस्ट तब होता है जब माताओं को उनकी सन्तान उनके त्याग को ध्यान रखते हुए किसी खास एक दिन नहीं बल्कि हर दिन सम्मान दें। माँ का प्रेम हमारे लिए कभी रात-दिन नही देखता बल्कि सदैव बना रहता है। फिर हम क्यों ममता को केवल एक दिन में बांधते हैं? हमें प्रतिदिन उनका सम्मान करना चाहिए। माँ जब हमारे लिये अपना हर दिन देती है तो हम अपने माँ के प्रति प्यार और सम्मान को एक दिन में क्यों बांधें?

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस 2023 विशेष
(International Mother’s Day 2023 Special)

सवाल अभी ये है कि जितना प्रेम एक माँ अपने बच्चे से करती है उतना कौन कर सकता है हमें? ब्रह्मा? विष्णु? कृष्ण? शिव? आदिशक्ति? कौन? उत्तर है पूर्ण परमात्मा। एक माँ अपने बच्चे से जितना प्रेम करती है उससे कहीं ज्यादा पूर्ण परमात्मा अपने बच्चे से करते हैं। कहीं ज़्यादा! यानी कल्पना से परे है। ऐसे ही परमात्मा करुणा के सागर नहीं कहे जाते! तो कौन है वो पूर्ण परमात्मा जो माँ से भी अधिक प्रेम अपनी संतान से करते हैं? उत्तर है कबीर जी। जी हाँ कबीर जी। इन्हीं कविर्देव (कबीर परमेश्वर) की स्तुति में कहा जाता है-

त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धु च सखा त्वमेव,
त्वमेव विद्या च द्रविणम् त्वमेव,
त्वमेव सर्वं मम् देव देव ।

जिसका विस्तृत विवरण ऋग्वेद मण्डल 1 सूक्त 24 और अथर्ववेद कांड नं. 4 अनुवाक नं. 1 मंत्र 7 में है।

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस 2023 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
(International Mother’s Day 2023 FAQ)

Q. इस वर्ष मदर्स डे कब मनाया जायेगा?
14 मई

Q. प्रतिवर्ष मदर्स डे कब मनाया जाता है?
मई महीने के दूसरे रविवार को

Q. मदर्स डे को आधिकारिक मान्यता कब मिली?
साल 1914

Q. मदर्स डे सर्वप्रथम कब और किसके द्वारा मनाया गया?
एना जार्विस द्वारा 1908 में

Q. वह परमात्मा कौन है जिसे “त्वमेव माता च पिता त्वमेव” कहा जाता है?
कविर्देव (कबीर परमेश्वर)

Q. हमारी उत्पत्ति किस परमेश्वर ने की?
पूर्णब्रह्म कविर्देव (कबीर साहेब) ने

अपने दोस्तों को शेयर करें, शिक्षा को फैलाएं और जन-जन को शिक्षित बनायें और देश को डिजिटल इंडिया बनाने में अपना योगदान करें।